अब थम गए हैं पहिए सड़को पर,,
अब थम गए हैं पहिए सड़को पर,,
शून्य हैं कांटा ,,
ना मर्सिडीज ना जगुवार,
घरों में कैद है अपनो का प्यार,,
अब दहाड़ रही है रोड चीर के एम्बुलेंस,,
इंडियन रेलवे इंडिगो भी है नाकाम,,
कोरोना ये कैसा कहर है तेरा,,
अब हर आंखो मे है रोना,
कोविड - 19 नाम है तेरा,
झुक जाएगा तू भी किसी डॉक्टर भगवान के पैरो तले बस इतनी है औकात तेरी....
लेखक
प्रकाश जोल्हे
सारंगढ़
